प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखेंगे। इस हवाई अड्डे का निर्माण सम्पर्क को बढावा देने और भविष्य में विमानन क्षेत्र को आधुनिक बनाने की प्रधानमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप किया जा रहा है। हाल में कुशीनगर हवाई अड्डे के उद्घाटन और अयोध्या में निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जहां पांच अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे।

जेवर हवाई अड्डा दिल्ली एनसीआर में बनने वाला दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। यह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ कम करने में मदद करेगा। यह रणनीतिक रूप से स्थित है और दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और पड़ोसी क्षेत्रों सहित शहरों के लोगों की सेवा करेगा।
अपने पैमाने और क्षमता के चलते यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के लिए गेमचेंजर साबित होगा। यह उत्तर प्रदेश की क्षमता को दुनिया के सामने लाएगा और राज्य को वैश्विक रसद मानचित्र पर स्थापित करने में मदद करेगा। पहली बार, भारत में एक हवाई अड्डे की अवधारणा एक एकीकृत मल्टी-मोडल कार्गो हब के साथ की गई है, जिसमें रसद के लिए कुल लागत और समय को कम करने पर ध्यान दिया गया है। समर्पित कार्गो टर्मिनल की क्षमता 20 लाख मीट्रिक टन होगी, जिसे बढ़ाकर 80 लाख मीट्रिक टन किया जाएगा।